हरिद्वार। सरकार एवं जिला समन्वयक के निर्देशानुसार एसएमजेएन महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की स्वयंसेवियों द्वारा गंगा सेवा कार्यक्रम के अन्तर्गत गोविन्द घाट पर जाकर स्वच्छता एवं श्रमदान किया गया। यह कार्यक्रम प्रेमनगर आश्रम के निकट घाट से प्रारम्भ हुआ। रा.से.यो. की स्वयंसेविकाओं ने गोविन्द घाट को स्वच्छ कर घाट के आस-पास के निवासियों को सिंग यूज प्लास्टिक प्रयोग नहीं करने के बारे में जागरूक कर कूड़ा निस्तारण किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कार्यक्रम का शुभारम्भ कर शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को स्वच्छता के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि उतरन प्रथा का विरोध करें, जिसके अन्तर्गत पर्यटक आगन्तुक घाटों पर अपनी वस्तुयें, पहनें हुए पुराने कपड़े, आदि घाट पर त्यागकर चलें जाते हैं, उनकों माँ गंगा में कदापि भी विसर्जित नहीं करें।
प्रो. बत्रा ने आह्वान किया कि सभी स्वच्छता के प्रति सजग रहें और उसके लिए समय दें। उन्होंने कहा कि बढ़ती बीमारियों को दूर करने के लिए स्वच्छता का अहम योगदान है।
कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डाॅ. सुषमा नयाल ने छात्राओं को रमणीय एवं स्वच्छ पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु छात्राओं की भूमिका की सक्रियता के महत्व के बारे में समझाया।
इस अवसर पर प्रो. तेजवीर सिंह तोमर, डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी, प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, डाॅ. नलिनी जैन, विनय थपलियाल, डाॅ. वन्दना सिंह, कु. शाहिन, डाॅ. लता शर्मा, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. सरोज शर्मा, डॉ. सुगंधा वर्मा, डॉ. पल्लवी राणा प्रियंका एम सी पांडे,विनीत सक्सेना, डॉ. विनीता चौहान, वैभव बत्रा, सहित रासेयो की छात्रा दीपांशी, पायल, लक्ष्मी, तनीषा कोटवाल, तनु, पायल, अर्चना, भारती, निशी, मुस्कान, प्रीति गुप्ता आदि ने श्रमदान कार्य में अपनी उपस्थिति दर्ज की।