हरिद्वार। श्री पंचदश नाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी ने शनिवार को उत्तराखंड के पवित्र गंगोत्री धाम के दर्शन कर पूजा अर्चना की। नागा संन्यासियों व श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ छड़ी के प्रमुख महंत व श्री पंच दर्शनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत प्रेम गिरी के नेतृत्व में गंगोत्री धाम पहुंची पवित्र छड़ी ने सर्वप्रथम मां गंगा की पूजा-अर्चना की। तीर्थ पुरोहितों ने पूरे विधि-विधान व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ गंगाजल से अभिषेक कर तिलक, चंदन, पुष्प अर्पित किए। गंगा अभिषेक के पश्चात पवित्र छड़ी मां गंगा के मंदिर पूजा-अर्चना के लिए ले जायी गई। मंदिर में पंच मंदिर गंगोत्री समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, कोषाध्यक्ष प्रेम कांत सेमवाल, सचिव सुरेश सेमवाल ने हजारों तीर्थ यात्रियों और श्रद्धालुओं तथा स्थानीय नागरिकों के साथ पवित्र छड़ी की पूजा-अर्चना कर गर्भ गिरी में स्थापित किया। जहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना कर उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास का आशीर्वाद मांगा। अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत प्रेमगिरी महाराज ने इस यात्रा का उद्देश्य बताते हुए श्रद्धालुओं को कहा कि सनातन धर्म की स्थापना हेतु जन जागरण करना तथा उत्तराखंड के विकास के लिए प्रदेश की जनता को जागृत करना है। उन्होंने कहा कि आदिकाल से इस प्रकार की छड़ी यात्राएं पूरे देश में आयोजित की जाती रही है। आदि जगदगुरु शंकराचार्य द्वारा लगभग ढाई हजार वर्ष पूर्व पवित्र छड़ी यात्रा जिसे शंकर दिग्विजय यात्रा भी कहा गया है, निकाली गई थी। वर्तमान में भी अमरनाथ छड़ी यात्रा कश्मीर, मणिमहेश्वर छड़ी यात्रा हिमाचल प्रदेश में इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं। बताया जूना अखाड़े की यह पवित्र छड़ी यात्रा पूरे उत्तराखंड का भ्रमण करेगी और जनता को जागरूक करेगी। साधु नागा संन्यासियों के जत्थे में छड़ी के महंत श्री महंत शिव दत्त गिरी, श्री महंत पुष्कराज गिरि, मंत्री श्री महंत रंजीतानंद गिरि प्रयाग, महंत दीपक गिरी, श्री महंत अजयपुरी मंत्री त्रयम्बकेश्वर, श्री महंत रूद्रानंद गिरी उज्जैन, महंत दीपक गिरी, महंत हरिशानंद गिरि, महंत महेंद्र गिरि, महंत सर्वेश्वरानंद सरस्वती, राजू पूरी आदि शामिल रहे।